उनकी मशीनरी ने अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा के उम्मीदवारों को हराने का काम किया।
शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र सामना में एक लेख में संजय राउत ने लिखा, "पीएम मोदी, शाह और फडणवीस ने नागपुर में नितिन गडकरी की हार के लिए काम किया।
जब फड़नवीस को एहसास हुआ कि उन्हें हराया नहीं जा सकता, तो उन्होंने न चाहते हुए भी गडकरी के लिए प्रचार किया।
आरएसएस के लोग कह रहे हैं कि फडणवीस ने विपक्ष के लिए गडकरी को हराने का काम किया।"
शिवसेना (यूबीटी) नेता ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने हर निर्वाचन क्षेत्र में 25-30 लाख रुपये बांटे थे।
उनकी मशीनरी ने अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा के उम्मीदवारों को हराने का काम किया।
उन्होंने योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर लोकसभा चुनाव के बाद मोदी-शाह सत्ता में लौटते हैं तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को बदल दिया जाएगा।